जीवन रेखा और इसका प्रभाव अपने जीवन पर परिभाषा : वह रेखा जो आक्रामक मंगल और शुक्र पर्वत को अर्ध-गोलाकार रूप में घेरती है, वह रेखा जीवन रेखा कहलाती है | गुण; जीवन शक्ति, आयु, स्वास्थय, जीवन में आने वाले बड़े उतार-चढ़ाव, बीमारियां, प्रतिरोधक क्षमता,हमारा जीवन स्तर | *अब हम जीवन रेखा के उद्गम स्थान के द्वारा इसके अनुप्रयोगों को जानेगे यदि जीवन रेखा का प्रारंभ गुरु क्षेत्र से होता है तो व्यक्ति में उच्च महत्वकाक्षा वाला और नेतृत्व करने की क्षमता वाला होता है | अगर जीवन रेखा का प्रारंभ आक्रामक मंगल से हो तो व्यक्ति का स्वाभाव काफी क्रोधी होता है साथ ही साथ व्यक्ति जीवन में हर क्षेत्र में कोई न कोई कमी निकलता रहता है | यदि जीवन रेखा का प्रारंभ मस्तिष्क रेखा(उपरोक्त चित्र में हरी रंग में है) से हो तो व्यक्ति काफी जयदा सावधान रहने वाला होता है, और ऐसे व्यक्ति अनुसरण करने में काफी अच्छे होते है | यदि जीवन रेखा और मस्तिष्क रेखा दोनों आपस में गूठी हुई सी हो तो उस जातक का जिस ...